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Continuous Comprehensive Evaluation CCE

Continuous Comprehensive         Evaluation

सी सी ई में बालक की ग्रेड का निर्धारण किस प्रकार किया जावे ? सी सी ई में बालक का सतत आकलन किया जाता है व यह सतत आकलन ही बालक की ग्रेड के निर्धारण में मदद करता है जिसके लिए अध्यापक विभिन्न दस्तावेजों की मदद लेता है जिन्हें वह छात्र के साथ दिन-प्रतिदिन में शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के दौरान दर्ज करता है जिनमें से निम्न दस्तावेज प्रमुख हैं-
चैक लिस्ट, छात्र का पोर्ट फोलियों, अध्यापक योजना डायरी व समीक्षा, अध्यापक अनुभव डायरी, शिक्षण का अवलोकन, समूह कार्य, पेन्सिल पेपर टेस्ट, वर्क शीट, प्रोजेक्ट वर्क, बालक की नोट बुक, पियर मूल्यांकन, स्व मूल्यांकन
उपर्युक्त सभी की मदद से अध्यापक प्रत्येक टर्म के अन्त में बालक के लिए उस टर्म में अपेक्षित दक्षता के आधार पर ग्रेड निर्धारित कर सकता है। पोर्ट फोलियों में एक सप्ताह में कितनी वर्कशीट लगानी चाहिए? यह प्रत्येक अध्यापक की अध्यापन शैली व विषय पर निर्भर करता है लेकिन यदि अध्यापक पोर्ट फोलियों में प्रति सप्ताह दो वर्कशीट तो लगा ही ले जो उस सप्ताह उसके द्वारा कक्षा में किए गए कार्य से संबंधित हो। लेकिन केवल पोर्ट फोलियों में वर्कशीट लगाने मात्र के लिए ही वर्कशीट तैयार ना करवाई जावे वे विषय की आवश्यकता के अनुसार ही तैयार की जावे। क्या पोर्ट फोलियों में लगाई गई वर्कशीट पर अध्यापक टिप्पणी आवश्यक
है? जी हाँ प्रत्येक वर्कशीट जो पोर्ट फोलियों में लगाई जावे उस पर अध्यापक छात्र के सम्बन्ध में सकारात्मक टिप्पणी अवश्यक लिखे ताकि जो भी उस पोर्ट फोलियों को देखे उसे छात्र की प्रगति के संबंध में सही जानकारी प्राप्त हो सके। तथा बालक स्वंय भी उससे स्बम्बलन प्राप्त करे व स्वआकलन कर सके। यदि एक अध्यापक वर्ष के मध्य में विद्यालय से चला जाता है या लम्बे समय तक अवकाश पर रहता है तो क्या दूसरा अध्यापक उसकी योजना डायरी का प्रयोग कर सकता है? बिल्कुल कर सकता है एक विषय की एक वर्ष के लिए एक ही योजना डायरी प्रत्येक कक्षा के लिए संधारित की जावेगी । यदि अध्यापक स्थान्तरित हो जाता है या अन्य किसी कारण से अनुपस्थित है तो दूसरा अध्यापक उस पर कार्य करेगा।दूसरी योजना डायरी नहीं बनाई जावेगी। सी सी ई में आधार रेखा मूल्यांकन से क्या अभिप्राय है ? आधार रेखा मूल्यांकन से अभिप्राय है कि जब कोई बालक सी सी ई शिक्षा प्रणाली से प्रथम बार जुडता है तो अध्यापक उसके साथ कुछ दिन (लगभग 5 से 7 दिन) कार्य करे व उसके आधार पर उसका परीक्षण करे कि वह बालक कक्षा शिक्षण में किस स्तर पर कार्य करवाये जाने के योग्य है। अथार्त हम इसे बालक का स्तर निर्धारण की प्रक्रिया के रूप में समझ सकते हैं। आधार रेखा मूल्यांकन किन-किन विषयों में किया जाना चाहिए ? प्राथमिक स्तर पर आधार रेखा मूल्यांकन मुख्यतः बुनियादी दक्षता वाले विषयों में अर्थात गणित, हिन्दी व अंग्रेजी में किया जाना चाहिए। पर्यावरण अध्ययन में वैसे तो आधार रेखा मूल्यांकन किए जाने की अलग से आवश्यकता नहीं है। लेकिन कक्षा-कक्ष प्रक्रिया में बालक की सक्रिय भागीदारी के लिए यह आवश्यक है कि अध्यापक उसकी पढने-लिखने की दक्षता की जाँच कर ले। ताकि उसे उसी के अनुरूप जाँच पत्रक प्रदान किए जा सके। क्या प्रतिवर्ष बालक का आधार रेखा मूल्यांकन किया जाना चाहिए? नहीं प्रतिवर्ष बालक का आधार रेखा मूल्यांकन किए जाने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन जब बालक एक कक्षा से दूसरी में जाता है। तो लगभग 45 दिन के ग्रीष्म अवकाश के बाद वह विद्यालय में प्रवेश करता है। इस परिस्थिति में यह आवश्यक हो जाता है कि अध्यापक यह जाँच कर ले कि गत कक्षा में सीखे गये स्तर पर बालक की अब क्या स्थिति है। इसे हम पदस्थापन मूल्यांकन के रूप में जानते हैं। जो कि आधार रेखा मूल्यांकन से पूर्णतः भिन्न है ।

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CCE/A = continuous n comprehensive evaluation / assessment
सतत एवं व्यापक मूल्याकंन का अर्थ
इससे तात्पर्य है बालक का समग्र विकाश हेतु  विधालय आधारित मूल्यांकन व्यवस्था जिसमें हर बालक को उसकी गति के अनुसार शिक्षण करवाया जाता है। बालक के स्वंय ज्ञान निर्माण पर बल दिया जाता है। उसकी सृजनात्मक अभिव्यक्ति को पोषित किया जाता है। तथा मूल्यांकन के समय एवं तरीकों में लचीलापन रख कर भय से मुक्त रखा जाता है।
सततता continuity
व्यापकता comprehensive
मूल्यांकन evaluation
सततता से मतलब बच्चे के सीखने के दौरान टीचर द्वारा लगातार अवलोकन।
व्यापकता मतलब मूल्यांकन के क्षेत्रों की व्यापकता जैसे अकादमिक व्यक्तित्व विकाश सामाजिक गुण स्वास्थय परिवेशीय सजगता आदि तथा मूल्यांकन के तरीकों की व्यापकता जैसे मौखिक लिखित टैस्ट प्रोजेक्ट समूह कार्य कक्षाकार्य गृहकार्य आदि
इसमें बच्चे का केवल पैन पेपर टैस्ट ही नहीं लिया जाता बल्कि लगातार बालक के साथ कार्य किया जाता है ।
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Class 5 अध्यापक योजना डायरी
पहला पेज
1. सभी students के नाम कृमानुसार लिखने हैं। साल भर वही क्रम रहेगा वेशक कोई बच्चा नाम कटा ले जाय नाम चलता रहेगा। क्रम नहीं बदलेगा।
2. दुसरे पेज पर learning areas अधिगम क्षेत चार L S R W एवं functional Grammar दे रखे हैं।
3. कुल 10 महीने में चार टर्म होंगे जिनमें प्रत्येक में चार चार पाक्षिक योजनायें होंगी। 2.5*4=10/ 4*4=16 पाक्षिक
First Term पहली पाक्षिक
1july-15sept.
Total 6 lessons.
अधिगम स्तर एवं आवश्यकताओं के अनुसार class में students को दो या तीन समूहों में बाँट लेना है।
समूह 1
टर्म के आरम्भ में स्तर ..........................
समूह में सम्मिलित विधार्थियों का नाम
.......
.......
......
समूह दो group no 2
टर्म के आरम्भ में स्तर .............
टर्म के अतं तक के लिये निर्धारित objectives  ...................
समूह के students के नाम ............
****+++
संपूर्ण class के लिये शिक्ष ण आकलन योजना।
योजना क्रमांक 1
Date 1july - 15 july
Lesson's name......
theme..........
learning objectives......

Planning
1. सामूहिक कार्य
2. उपसमूह कार्य
3. व्यक्तिगत कार्य

Class में प्रवेश
1. Good Morning students
Gd mng sir
2. Rhyme for वातावरण निर्माण
3. एक fortnight में 2-3 instructions या निर्देश सिखाना जैसे stand up. Sit down. Come here. Go there.
4. Warm Up activity.
चर्चा करके बच्चों को पाठ की बिषय बस्तु तक लाना।
5. Modal Reading
Para1
आरोह अवरोह लय ताल के साथ कविता वाचन
6. Loud Reading
अध्यापक के साथ बच्चे बोलेंगे और बीच बीच में teachet छोटे छोटे प्रश्न कर बच्चों को जोडे रखेगा।
7. Exposition
कठिन शब्दों के अर्थ ब्लैक बोर्ड पर लिखना पर उच्चारण नही लिखना।
8. Silent Reading
बच्चे स्वयं पढेंगे और टीचर प्रत्येक बच्चे के पास जाकर समस्या सौल्व करेगा।
9. Activity
पूरी क्लास को चार पांच ग्रुप में बांट कर सामूहिक कार्य देना।
पर प्रत्येक समूह को अलग अलग काम देना है।
10. अतं में सभी students को घर के लिये व्यक्तिगत काम देना है।
इस process में टीचर सतत आकलन करते रहेंगे।
11. समूह 1 के लिये higher order skill क्षमता संवर्धन हेतु योजना बनानी है।
12. Listening n Speaking में दोनों कक्षा स्तर के बच्चे साथ रहेंगे कितुं Reading n Writing में दूसरा समूह बना दिया जायेगा जिनका कम स्तर है।
समूह 2 के लिये आवश्यकतानुसार अतिरिक्त शिक्षण आकलन
1. ये ग्रुप केवल Reading n Writing में ही अलग रहेगा।
2. दूसरे इस ग्रुप के वच्चों का स्तर 4,3,2,1 कुछ भी हो सकता है।
3. कुछ बच्चे तो Baseline के हौंगे जबकि कुछ placement के। Baseline केवल नवागुंतकों का होगा पुरानों का तो पिछले साल वाला ही रहेगा इसलिये उनका placement होगा।
4. दूसरे समूह के लिये उनके स्तर के अनुसार विशेष अधिगम उद्देश्य स्वंय अध्यापक को ही तैयार करने हैं।
Teaching plan पहले की तरह ही बनेगा पर इस बार स्तर के अनुसार activity बनेंगी।
Activity 1 class 1
Activity 2  c-2
Activity 3  c-3
Activity 4  c-4

5. बगल बाले कॉलम में सतत आकलन योजना के तहत अध्यापक सफेद कागज की रिम पेपर लेकर बच्चों को देगा और पोर्टफोलियों रिकार्ड बनाने के लिये वापस लेगा। उसे फाईल बनायेगा।

first fortnight planning मतलब दो सप्ताह में तीन पाठ पढाने हैं। अतं में अध्यापक स्वंय समीक्षा करेगा।
1. बच्चों की सहभागिता
2. बच्चों की कठिनाई
3. अनुभव और स्वआकलन
4. योजना मे किये गये बदलाव

2+ 1/2 महीने के अतिंम 15 दिन में कम स्तर बच्चों का सुदृणीकरण होगा।।
इस प्रकार कुल दो महीने (चार पा यौ ) में 6 lesson करके शेष 15 दिन में पिछली योजनाओं में छूटे हुये पाठ या कठिन पाठों को बनाना है। एवं बच्चों का सुदृणीकरण करना है।
यह लगभग 1sept से 15 sept तक होगा।
योजना कृमांक -5
लगभग 13/14/15 तक SA-1 भर लेना है एवं उसे बडे रजिस्टर अभिलेख पंजिका में चडा देना है।
इस बीच दो मासिक रिपोर्ट भरनी है जिसमें बच्चों की सतत रचनात्मक आकलन की जायेगी।
पहली मासिक स्थिति लगभग 31 july को ( कोई प्रतिबंध नहीं)
LS में दोनों स्तर के बच्चों का आकलन होगा कितुं RW में केवल समूह 1 का ही आकलन होगा।
Ro N1  2  3  4  5  6  7  8  9 10
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I (july)
------------------------------
II (august)
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First column 31 july को एवं second column 31 aug. को भरना है।
Roll no. के नीचे बच्चे की ग्रेड A B C
लिखनी है।
A= self start
B= बच्चा किक मारे और टीचर हैल्प करे।
C= टीचर ही किक पर किक दिये जा रहा है और बच्चा पूरी तरह टीचर पर निर्भर है।
समूह दो के बच्चे अलग अलग कक्षा स्तर 1234 के हो सकते हैं। समान भी हो सकते हैं।
उन बच्चों के अलग से इसके बाद तालिका दे रखी है।
उस तालिका में जिस स्तर का बच्चा हो उसका रौल नं उसी कक्षा में लिखा जायेगा।
इसी बीच हर सप्ताह पर समीक्षा होगी और योजना में बदलाब भी करना होगा।Class 5 अध्यापक योजना डायरी
पहला पेज
1. सभी students के नाम कृमानुसार लिखने हैं। साल भर वही क्रम रहेगा वेशक कोई बच्चा नाम कटा ले जाय नाम चलता रहेगा। क्रम नहीं बदलेगा।
2. दुसरे पेज पर learning areas अधिगम क्षेत चार L S R W एवं functional Grammar दे रखे हैं।
3. कुल 10 महीने में चार टर्म होंगे जिनमें प्रत्येक में चार चार पाक्षिक योजनायें होंगी। 2.5*4=10/ 4*4=16 पाक्षिक
First Term पहली पाक्षिक
1july-15sept.
Total 6 lessons.
अधिगम स्तर एवं आवश्यकताओं के अनुसार class में students को दो या तीन समूहों में बाँट लेना है।
समूह 1
टर्म के आरम्भ में स्तर ..........................
समूह में सम्मिलित विधार्थियों का नाम
.......
.......
......
समूह दो group no 2
टर्म के आरम्भ में स्तर .............
टर्म के अतं तक के लिये निर्धारित objectives  ...................
समूह के students के नाम ............
****+++
संपूर्ण class के लिये शिक्ष ण आकलन योजना।
योजना क्रमांक 1
Date 1july - 15 july
Lesson's name......
theme..........
learning objectives......

Planning
1. सामूहिक कार्य
2. उपसमूह कार्य
3. व्यक्तिगत कार्य

Class में प्रवेश
1. Good Morning students
Gd mng sir
2. Rhyme for वातावरण निर्माण
3. एक fortnight में 2-3 instructions या निर्देश सिखाना जैसे stand up. Sit down. Come here. Go there.
4. Warm Up activity.
चर्चा करके बच्चों को पाठ की बिषय बस्तु तक लाना।
5. Modal Reading
Para1
आरोह अवरोह लय ताल के साथ कविता वाचन
6. Loud Reading
अध्यापक के साथ बच्चे बोलेंगे और बीच बीच में teachet छोटे छोटे प्रश्न कर बच्चों को जोडे रखेगा।
7. Exposition
कठिन शब्दों के अर्थ ब्लैक बोर्ड पर लिखना पर उच्चारण नही लिखना।
8. Silent Reading
बच्चे स्वयं पढेंगे और टीचर प्रत्येक बच्चे के पास जाकर समस्या सौल्व करेगा।
9. Activity
पूरी क्लास को

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