यह mid forties कुछ teenage सी लग रही रही है
ज़िन्दगी कशमकश के अजीब दौर से फिर गुज़र रही है
यह mid forties कुछ teenage सी लग रही रही है
हार्मोनल लहरों ने जवानी की दहलीज़ पर ला पटका था
उफ़ ! तन और मन कैसे उन मनोस्तिथिओं से निपटा था
जल्दी बड़े दिखने की चाहत में कितने जतन करते थे
अब बड़े न दिखे, की चाहत में कितने जतन करते हैं
तब भी सुना था, बड़े हो चले हो अब थोड़ा ढंग से पेश आया करो
अब सुनता हूँ , Fourty के हो चले हो , कुछ तो शर्म खाया करो
अब कम्बख़्त जवानी भी अलविदा कह जान छुड़ाना चाहती है
रँगे बालों की जाती रंगत, रह रह कर बदहवासी आईने में दिखाती है
वक़्त सीमित है , जानता हर कोई है पर मानना नहीं चाहता
बस अंधी दौड़ में शामिल रह कर दिल को है बहलाता
काश कि हम सब expiry डेट के साथ इस दुनिया में आते
ज़िन्दगी को जीने और एक दुसरे की अहमियत के मायने ही बदल जाते
सूरत बदल जाएगी , उम्र ढल जाएगी , खर्च हो कर साँसे सिमट जाएँगी
*पर मेरे दिल की जवानी पूरे भरोसे के साथ अंत तक मेरा साथ निभाएगी*
फिलहाल ज़िन्दगी कशमकश के अजीब दौर से गुज़र रही है
यह mid forties कुछ teenage सी लग रही रही है........
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