संक्रान्ती के लिए आवश्यक सामग्री
बेनडेड --धागे से हाथ कटे तो
सेलो टेप --पतंग फटने पर
दो चश्में --एक भरी दोपहर में डार्क वाला और एक ढलते सूरज की लाईट में
गरबे का डंडा -- धागा के कोण में चकरी बनाने में
टोपी /मास्क/रूमाल --धुप से बचने के लिए
( केवल वरिष्ठ पतंग बाजों के लिए)
एक पेन ड्राइव -- गाने बजा के माहोल गरम करने के लिए और हो सके तो शाम के लिए पटाखें ।
अतिरिक्त पॉइंट्स :--
काले पतंग शाम में उड़ाने के लिए
स्पोर्ट्स शूज पहनें पर सोल की ग्रीप कंगूरेदार न हो --ताकि एक दुसरे की धागा पाँव में न उलझे ।
2 इंच लम्बी एक तीली -- तंग बाँधने के लिए
तंग बाँधने के लिए अपनी पतंग के अनुरूप डबल धागे जॉइंट करके एक पोलिथिन में रख लें ताकि धागा नापनें में समय बचे ।
सुबह हल्का और एनर्जेटिक आहार लें ताकि खींचने में हाथ अच्छे चल सके ।
जेब में चोकलेट रखें लंच के लिए टाइम न मिल पाए तो एनर्जी मेंटेन रहे ।
एक दिन पहले रात को दूध जरूर पियें
( फुर्ती के लिए )
भोजन में सलाद में गाजर और एप्पल जारूर खाएं ताकि शार्प आँखों से धागा देख सकें।
सभी वरिष्ठ पतंग बाज आगे आने वाली जनरेशन को पतंग के संस्कार अवश्य दें....।।
जो छत की शान के रूप में जानें जाते हे ऐसे सम्माननीय बन्धु अगर जिम जाते हों तो जिम में चिनिंग और डम्बल्स पर ध्यान दें ताकि कंधे के जॉइंट्स फ्री चलें और हाथों के पंजे टाईट हो ताकि खींच में पेच लड़ाते वक्त धागन पर कांफिडेंस बना रहे ।
।। इति पतंग बाजी महात्म्य सम्पूर्णम ।।
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