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आदमी सोचता क्या हैं और होता क्या है

आदमी सोचता क्या हैं  और होता क्या हैं

एक धनी और सम्पन्न महिला को गुनाह करने की वजह से विदेश में जैल की सजा हुई
महिला ने मन ही मन तय किया कि चाहे जो हो वो किसी ना किसी तरह इस जैल से बाहर निकलेगी

दिन बीतते रहे

इसी बीच महिला के जैल में कई कैदी अच्छे मित्र बन गये
उनमें एक जन कैदियों का केयरटेकर था जिसका काम था कि कोई कैदी मर जाऐं तो उसे जैल से बाहर बने कब्रिस्तान में ले जाकर दफनाना

जब भी कोई कैदी मरता था, केयरटेकर का  एक रुटीन था
वह जोर से एक      घण्टी बजाता था जो सबको सुनाई देती थी

फिर केयरटेकर के पास   डैडबाडी लायी जाती थी जिसे वह एक डार्करुम में ताबुत में रखवाकर उसका ढक्कन बन्द कर देता और फिर डैथ सर्टिफिकेट फार्म भरने अपने आपिस में जाता और वापस आकर उस ताबुत में कीलें गाढकर उसे एक वैगन में डलवा देता और जैल से बाहर उस ताबुत को दफना दिया जाता था

इस रुटीन के बारे में जानकर उस महिला ने जैल से भागने का प्लान बनाया और उसे केयरटेकर से शेयर किया

उसका प्लान था कि जैसे ही अबकि बार वह किसी कैदी की मौत पर घण्टी बजाऐगा तो वह महिला अपने कैदी के कमरे से निकलकर चुपचाप उस डार्करुम में घुस  जाऐगी जहां ताबुत रखा जाता हैं फिर जब केयरटेकर डैडबाडी ताबुत में डालकर फार्म भरने जाऐगा तो वह महिला ढक्कन खोलकर ताबुत में उस डैडबाडी के साथ लेट जाऐगी
कुछ देर बाद केयरटेकर वापस आकर ताबुत में कीलें गाढकर उसे वैगन में लोड करवाकर दफनाने के लिऐ भेज देगा
महिला अपने साथ कुछ ऐसे साधन लेगी जिससे रात तक जमीन में दफन ताबुत में सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो
रात को अन्धेरे का लाभ लेकर वह उसे जमीन खोदकर बाहर निकाल लेगा और वह महिला आजाद हो जाऐगी

केयरटेकर इस प्लान से असहमत हुआ लेकिन महिला से अच्छी मित्रता तथा उसके धन के लालच प्रभाव में वह मान गया

कुछ दिनो बाद महिला जब अपने सैल में लेटी थी तभी उसे उस घण्टी की आवाज सुनाई देती हैं जो किसी कैदी के मरने पर केयरटेकर द्धारा बजायी जाती थी
अपने पुर्वनिधर्रित तय प्लान के हिसाब से वह तुरन्त सैल से निकलकर डार्करुम की तरफ छुपते छुपाते बढती हैं
धक्क धक्क धक्क करते दिल के साथ वह कई बार पकङते हुऐ बचती हैं
जैसे तैसे वह डार्करुम के भीतर कदम रखती हैं  जहां एक कोने में अन्धेरे में ताबुत पङा था
वह उसका ढक्कन हटाकर धीरे से उसके भीतर बहादुरी दिखाते हुऐ वो उस डैडबाडी के पास जगह बनाकर खामोशी से छुप जाती हैं

कुछ देर बाद उसे कदमो की चाप सुनाई देती हैं
फिर ढक्कन पर हथौङे से कीले ठोकने की आवाज
कुछ पल बाद उसे वैगन में ताबुत के लोड किऐ जाने का अहसास होता हैं

काफी देर बाद उसे जमीन में खुदे गढ्ढे में ताबुत रखकर मिट्टी डालने की आवाजें आती हैं और फिर वातावरण में शान्ति छा जाती हैं
अब उसे अकेले में थोङा भय सताता हैं तथा डैडबाडी से असुविधा लगने लगती हैं
फिर एक ही क्षण  में वह यह सोचकर खुश होती हैं कि कोई फर्क नहीं पङता कुछ देर बाद तो वैसे भी वह केयरटेकर उसे वहां से निकाल लेगा और वह आजाद हो जाऐगी
आजाद हा हा हा हा वह हंसी और बुदबुदाने लगी
आजाद हो जाउगीं मैं

समय बीता
सन्नाटा गहराया
देर हो रही थी अब
वह जो लम्बे समय तक ताबुत में सांस लेने के  साधन जुटाकर बैठी थी उसकी मियाद कम हो रही थी
मन में उसके बैचेनी तथा उस केयरटेकर का इन्तजार बढने लगा

वह अपने साथ एक छोटी टार्च लायी थी जिसे जलाकर उसने सोचा कि इस मरने वाले व्यक्ति को पहचानु तो सरी ये हैं कौन?
उसने जैसे ही रोशनी उस मृत व्यक्ति के चेहरे पर डाली मानो उसे सांप सुंघ गया
यह वही केयरटेकर था जो उसे आजाद कराने वाला था
जो आज सुबह अचानक मर गया
जो उस महिला का एकमात्र मददगार था उसे उस ताबुत से बाहर निकालने के लिऐ

यही जिदंगी का असली सस्पैंस है मित्रो
चाहे कितनी प्लानिंग कर लो कई बार जिदंगी उसका विपरीत जवाब देती हैं
हममें से कई लोग ऐसे होगें जो यह सोचते हैं कि उन्होने जीवन का बङा तजुर्बा हो गया हैं जिससे वह जैसा चाहे अपने साधन तथा समय का उपयोग करके अपने हित का काम कर सकते हैं

मगर हर समय ऐसा नहीं होता
ईसलिऐ हमेशा जिदंगी में प्लान बी जरुर बनाओ ताकि एक धोखा दे तो दुसरा काम आ जाऐ
खुश आदमी के पास बेहतरीन चीजें भले ही न हो
मगर वह हर चीज को बेहतर करने की काबिलियत जरुर रखता हैं
जहां बङे बङे बेहतरीन भी  फेल हो जाते हैं

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